दरिमा थाना से सीधे रक्षित केंद्र अंबिकापुर में अटैच किया
अम्बिकापुर/ वर्तमान संदेश न्यूज/ सत्ता परिवर्तन होने के साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत के करीबी रहे उपनिरीक्षक रूपेश नारंग पर पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने ट्रांसफर का गज गिरकर सीधे दरिमा थाना से रक्षित केंद्र अंबिकापुर में अटैच कर दिया है. दरअसल उप निरीक्षक रूपेश नारंग पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत के काफी करीबियों में एक है. यही कारण है कि जैसे ही 2018 में कांग्रेस सत्ता में आई वैसे ही उपनिरीक्षक रूपेश नारंग का जलवा पूरे पुलिस डिपार्टमेंट में जाहिर हो गया था और ये जलवा पुरे पांच साल कायम भी रहा. पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत रहते भर पुलिस अधिकारियों की हिम्मत नहीं हुई की इस उपनिरीक्षक को कट से मस कर सकते थे जिसके कारण ही रूपेश नारंग बरियों चौकी में जलवा काटने के बाद सीधे पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत के विधानसभा मुख्यालय सीतापुर के थाना प्रभारी रहे.उसके बाद संभाग मुख्यालय के सबसे बड़े थाना कोतवाली अंबिकापुर में प्रभारी कोतवाल के रूप में जलवा बिखेरे इस दौरान कोतवाली थाना अम्बिकापुर का प्रभारी एक उपनिरीक्षक को बनाए जाने की सुर्खियां मीडिया में बने रहने के बावजूद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के द्वारा इनकों हटाने के बजाय इनको चाहते बनाए हुए थे जाहिर है इसका प्रमुख कारण कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत की करीबी होना ही माना जा रहा था. बहरहाल विधानसभा चुनाव परिणाम के सामने आते ही पुलिस अधीक्षक सरगुजा सुनील कुमार शर्मा ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया और मंत्री के बल पर इठलाने वाले इस उप निरीक्षक को सीधे दरिमा में थाना से उठाकर रक्षित केंद्र अंबिकापुर में पदस्थ कर दिया है.हलाकि उप निरीक्षक रूपेश नारंग के साथ अन्य पुलिस कर्मियों की भी ट्रांसफर के आदेश पुलिस अधीक्षक सरगुजा के द्वारा जारी किया गया है लेकिन इन सब में रूपेश नारंग के नाम की चर्चा पूरे शहर में जोरों पर है.