शासकीय स्कूलों में रचनात्मक एवम संस्कृति का भी पाठ पढ़ाया जा रहा
अम्बिकापुर/ वर्तमान संदेश न्यूज़/ शासकीय पूर्व माध्यमिक एवं प्राथमिक पाठशाला बकालो में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शिक्षक दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन के द्वारा विभिन्न संस्कृति कार्यक्रम एवं प्रतियोगिता कभी आयोजन किया गया जिसमें स्कूल की शिक्षक शिक्षिका एवं छात्राओं ने बढ़कर का हिस्सा लिया.आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सरगुजा के आदिवासी छात्र छात्राओं को बेहतर शिक्षा देने के साथ-साथ इन दिनों जिले के शासकीय स्कूलों में रचनात्मक एवम संस्कृति का भी पाठ पढ़ाया जा रहा है जो कि कम ही देखने को मिलता है लेकिन मौजूदा सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में जो कार्य किये है उसका असर अब शासकीय स्कूलों में दिखाई देना लगा है. शिक्षक दिवस की बात करें अम्बिकापुर से लगें बकालो पूर्व माध्यमिक एवं प्राथमिक पाठशाला में शिक्षक दिवस के अवसर जो देखने को मिला वह जिला व राज्य सरकार के बेहतर प्रयास का ही नतीजा है यहा के शिक्षक आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सभी छात्र छात्राओं को ना सिर्फ अपनी संस्कृति का पाठ पढ़ा रहे बल्कि इतिहास व वर्तमान प्रगतिशील छत्तीसगढ़ व देश के बारे में भी बता रहे हैं. इस संबंध में स्कूल की शिक्षिका निहारीका शुक्ला ने बताया कि शिक्षक दिवस के अवसर उनके स्कूल में संस्कृति कार्यक्रम के साथ चित्रकला, निबंध प्रतियोगिता, एवं नृत्य गायन का भी आयोजन किया गया इसमें स्कूल के छात्राएं एवं शिक्षकों ने भाग लिया. उन्होंने बताया कि इस अवसर पर सभी छात्र छात्राओं को समाज ,प्रदेश, देश में शिक्षकों के महत्व को बताया गया.उन्होंने बताया कि बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ संस्कृति की शिक्षा भी दी जा रही है ताकि वे अपने माटी से जुड़ाव बनाए रख सके. इस अवसर पर स्कूल के प्रधान पाठक श्रीमती कमला चौहान, श्रीमती मगदनी तिग्गा, भानू साहू, संध्या कश्यप, किरण सिंह, अनिता खेस,माधुरी भारती, दुर्गेशवरी सहित अन्य उपस्थित रहे.